| 
			 अतिरिक्त >> साहित्यिक एवं सांस्कृतिक निबन्ध साहित्यिक एवं सांस्कृतिक निबन्धकैलाश नाथ द्विवेदी
  | 
        
		  
		  
		  
          
			 
			 350 पाठक हैं  | 
     |||||||
सांस्कृतिक एवं साहित्यिक विविध विषयों से सम्बन्धित प्रस्तुत संकलन के अनेक रोचक लेख प्रस्तुत हैं.....
प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश
मेधावी मानव ने ज्ञान-विज्ञान के विपुल भण्डार वेद, उपनिषद्, पुराणादि अप्रतिम ग्रन्थों की जहाँ सर्जना की, वहीं अपनी अकुण्ठित कुलात्मक सृजन प्रतिभा से पाषाणों पर सजीव प्रतिमाएं उत्कीर्ण कर उन्हें जीवन्त बना दिया, जिसके प्रत्यक्ष प्रमाण पुरातात्विक एवं ऐतिहासिक महत्त्व के देश-विदेशों में विद्यमान पुरातन स्थापत्य शिल्प कला के श्रेष्ठ निदर्शन-मन्दिर, मीनारें, चैत्य-स्तूप, विजय स्तम्भ आदि परिलक्षित होते हैं।
			
		  			
			
						
  | 
				|||||
लोगों की राय
				No reviews for this book
			
			
			
		
 
i                 






